शीतल पेय पीने वालों सावधान!


शीतल पेय पदार्थों में मिला कार्बोरिक अम्ल एवं फॉस्फोरिक अम्ल शरीर को सीधा नुकसान पहुँचाता है।


शीतल पेयों में पाया गया बंजोइन नामक रसायन कैंसर जैसे जानलेवा रोग पैदा कर सकता है।


शीतल पेयों में शामिल फॉस्फोरिक अम्ल दाँतों को गला कर खत्म कर देता है।


अमेरिका के मशहर दंत चिकित्सक डॉ. राबर्ट चेज ओर दंत चिकित्सा विज्ञान के क्लिनिकल रिसर्च न्यूज लेटर के सम्पादक डॉ. जार्डन कि स्टैंसन ने माना कि कोल्डड्रिंक्स का पोषणमान तो नगण्य है ही ओर वह दाँतों का सबसे बड़ा दुश्मन है


ठण्डे शीतल पेयों में इथीलिन ग्लाइकोन नामक नुकसान देय रसायन है, जो उसे शून्य डिग्री तापमान में भी जमने नहीं देता है


शीतल पेयों में कार्बनडाई ऑक्साइड गैस डाली जाती है, यदि यह गैस नाक औरमुँह के माध्यम से बाहर न निकले, तो अत्यंत नुकसान देय है।


शीतल पेयों को भोजन के साथ या फौरन बाद पीने से शरीर के एंजाइम नहीं बनते हैं। जो कि आवश्यक है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि इसमें नुकसान देय अनेक रसायन हैं, इसमें कैफीन, फॉस्फोरिक अम्ल के साथ साइट्रिक अम्ल और कृत्रिम मिठास के लिए एस्परटेम सेक्रीन व सुरक्षित रखने के लिए सोडियम बेओजोएट मिलाया जाता है।


एक अध्ययन के अनुसार अमेरिका में एस्परटेम के कारण इसे पीने वाले 40 प्रतिशत लोगों में सिरदर्द, सुस्ती, धुंधलापन आदि की शिकायत पायी गयी है। dh